सिर्फ लिखने के लिए लिखना
कितना सार्थक है
कितना है निरर्थक
बिन सोचे, बिन जाने
सिर्फ कुछ कागज रंगना
हर बार का धोखा
हर बार गलतफहमी
शायद इस बार
बात दिल की हमने
लफ्ज़ ब लफ्ज़
बिलकुल सही कह दी
वाकई
क्या उकेर पाते है हम
अपने ज़ज्बातों को
पोशीदा ख्यालातों को
जानते है हम भी कि
कलम कि नोक तक आते
हज़ार रंग बदल लेती है ख्वाहिशें
बात बदलती है तो
रुख नया इख्तियार
करती है हैं हसरतें
फिर भी करते हम दावा
दिल बात जहाँ को
समझाने का
शब्दों से खिलवाड़ कर
शायर, कवि, लेखक
बन जाने का
काश!
इतनी कुव्वत देता खुदा
इंसान कर पाता जो खुद को बयां
कम से कम
एक इंसान दूसरे को तो समझ पाता............
काश!
ReplyDeleteइतनी कुव्वत देता खुदा
इंसान कर पाता जो खुद को बयां
कम से कम
एक इंसान दूसरे को तो समझ पाता.........
सटीक लिखा है ... सुंदर रचना
dhanyvaad sangeeta ji!
Deleteकाश!
ReplyDeleteइतनी कुव्वत देता खुदा
इंसान कर पाता जो खुद को बयां
कम से कम
एक इंसान दूसरे को तो समझ पाता............
बहुत सही लिखी हैं मैम!
सादर
thanx yashvant ji!
Deletethanx!
ReplyDeleteजानते है हम भी कि
ReplyDeleteकलम कि नोक तक आते
हज़ार रंग बदल लेती है ख्वाहिशें
बात बदलती है तो
रुख नया इख्तियार
करती है हैं हसरतें ... बेहद संजीदा भावनाएं
बहुत बहुत धन्यवाद रश्मि जी!
Deleteसिर्फ लिखने के लिए लिखना
ReplyDeleteकितना सार्थक है
कितना है निरर्थक
बिन सोचे, बिन जाने
सिर्फ कुछ कागज रंगना,,,,
बहुत सुंदर सार्थक रचना,..अच्छी प्रस्तुति,,,,शालनी जी,.....
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काश.....मुझे लगता है कि दूसरे से कहीं ज्यादा मुश्किल खुद को समझना है.....सुन्दर लगी पोस्ट।
ReplyDeleteबिलकुल सही कहा इमरान जी आपने.....
Delete"काश!
ReplyDeleteइतनी कुव्वत देता खुदा
इंसान कर पाता जो खुद को बयां "
बहुत सुंद्र लिखा है शालिनी मैम ! बधाई !
धन्यवाद सुशीला जी!
Deletebahut badhiya ....
ReplyDeleteधन्यवाद निशा जी!
Deleteयहाँ तो अपनी कहने के होड़ में हम कभी कभी सिर्फ दूसरे की बात ख़त्म होने के इंतज़ार में होते हैं .....की अपनी कह सकें...सच एक दूसरे को समझना तो दूर उसकी सुन ही लें तब भी ग़नीमत है .....सुन्दर
ReplyDeleteबिलकुल सही कहा सरस जी, कितनी ही बार ऐसा लगता है की सब अपनी बात सुना रहे हैं...कोई किसी की बात सुन नहीं रहा...
Deletebilkil sahi kaha...yatharthparak vichar.....sundar
ReplyDeleteधन्यवाद अना जी!
Deleteबहुत सुन्दर रचना...
ReplyDeletebahut bahut dhanyvaad Rajpurohit ji!
Deletekya baat hai shalini ma'am........ bahut khoob....
ReplyDeletethanx bindu dear!
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