अनुभूतियाँ, जज़्बात, भावनाएँ.... बहुत मुश्किल होता है इन्हें कलमबद्ध करना .. कहीं शब्द साथ छोड़ देते हैं तो कहीं एकक अनजाना भय अपनी गिरफ़्त में जकड़ लेता है .... फिर भी अपने जज्बातों को शब्द देने की एक छोटी सी कोशिश है ... 'मेरी क़लम, मेरे जज़्बात' |
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कृष्णमय सुन्दर प्रस्तुति,,,,
ReplyDeleteश्री कृष्ण जन्माष्टमी की हार्दिक शुभकामनाएँ
RECENT POST ...: पांच सौ के नोट में.....
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Deleteबहुत बहुत धन्यवाद धीरेंदर जी!
Deleteजय श्री कृष्ण ... अनंत में मिल जाने की चाह ... आमीन ...
ReplyDeleteसादर धन्यवाद दिगंबर जी!
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