भ्रष्टाचार ..............
मैं क्यों लिखूँ
इस विषय पर
मुझे राजनीति से क्या?
जो चाहे, होता रहे बस
होतें हैं करोड़ो के घोटाले
तो हों
मेरी जेब से क्या जाता है?
मगर........
देश की वो पूँजी
जो भ्रष्ट नेताओं ने डकारी
खुद और अपने सगों में
मुफ्त की खीर समझ बाँटी
कुछ योगदान
तो मेरा भी था
उसमें
आखिर मैं हूँ
देश की
एक ज़िम्मेदार नागरिक
भरती नियमित टैक्स
जो देश हित में न लग
पहुँच जाता
भ्रष्टखातों में ..........
मैं क्यों लिखूँ
इस विषय पर
मुझे राजनीति से क्या?
जो चाहे, होता रहे बस
होतें हैं करोड़ो के घोटाले
तो हों
मेरी जेब से क्या जाता है?
मगर........
देश की वो पूँजी
जो भ्रष्ट नेताओं ने डकारी
खुद और अपने सगों में
मुफ्त की खीर समझ बाँटी
कुछ योगदान
तो मेरा भी था
उसमें
आखिर मैं हूँ
देश की
एक ज़िम्मेदार नागरिक
भरती नियमित टैक्स
जो देश हित में न लग
पहुँच जाता
भ्रष्टखातों में ..........
सुन्दर लेख अगर इसी तरह का दृष्टिकोण हम सब का हो जाये तो इस देश से भ्रस्ठाचार कब का मिट जाता
ReplyDeleteजी हाँ अरुण , आज की आवश्यकता भी यही है.
Deleteबिलकुल सही कहा बोझ इसका आम आदमी पर ही पड़ता है।
ReplyDeleteबिल्कुल इमरान जी... आम जनता ही भ्रष्टाचार की मार सहती है
Deleteक्या बला है भ्रष्टाचार ,अन्ना अनशन करता है ,जनता भूक से मरती है.
ReplyDeleteदेश के ठेकेदारों की तो बस हर हाल में जेबें भरती हैं.
मोहब्बत नामा
मास्टर्स टेक टिप्स
इंडियन ब्लोगर्स वर्ल्ड
बस यही विडंबना है...देश कि भी और आम आदमी की भी
Deleteभारत के नागरिक होने का फ़र्ज़ है
ReplyDeleteजी हाँ रश्मि जी... और हम सबको ही यह फ़र्ज़ निभाना होगा.
Deleteहम को खबर लगी आज कल अब ये
ReplyDeleteचमचों की होने लगी आज भरमार है
मैडम जब हँसती हैं हँस देते कांग्रेसी
साथ साथ रहने को हुए बेकरार हैं
कद मिले, पद मिले, और मंत्री पद मिले
चमचों का होने लगा आज सत्कार है
चमचों ने पाए लिया ,खूब माल खाय लिया
जनता है भूखी प्यासी ,हुआ हाहाकार है
बहुत खूब मदन जी, .... ब्लॉग पर आने के लिए धन्यवाद!
Deleteसही है ...
ReplyDeleteशुभकामनायें आपको !
धन्यवाद सतीश जी !
Deleteहर सजग नागरिक सचेत रह कम से कम विरोध तो अवश्य करे बुराइयों का !
ReplyDeleteविजयदशमी की शुभकामनाएँ शालिनी मैम!
बिल्कुल सही कहा आपने, धन्यवाद सुशीला जी !
Deleteबहुत बढ़िया | सही लिखा आपने |
ReplyDeleteधन्यवाद प्रदीप जी .
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