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Saturday, 14 December 2013

शब्द निशब्द करते हैं ...






शब्द निशब्द करते हैं ...

कुछ शब्द तृषित करते हैं
कुछ शब्द तृप्त करते हैं 
कुछ नेह लेप लगाते
कुछ संतप्त करते हैं
शब्द निशब्द करते हैं ...


कुछ शब्द मोह भरते
आसक्ति जागते मन में
कुछ अनुराग मोह माया से
मन को विरक्त करते हैं
शब्द निशब्द करते हैं ...

विरोधी जग को करके
कड़वाहट से मन भरते
कभी जनम जनम के लिए
मनों को असंपृक्त करते हैं
शब्द निशब्द करते हैं ...

कुछ शब्द भावों का
अतिरेक भरते मन में
कुछ भावशून्य करके
हमें परित्यक्त करते हैं
शब्द निशब्द करते हैं ...

2 comments:


  1. शब्दों की अति, बन जाते है अपशब्द
    मन आवेशित हो तो, हो जाइये निशब्द,

    शब्द शक्ति है,शब्द भाव है.
    शब्द सदा अनमोल,
    शब्द बनाये शब्द बिगाडे.
    तोल मोल के बोल,

    मेरी शक्ति ही है मेरे शब्द.......

    RECENT POST -: मजबूरी गाती है.

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